Code of Conduct

Dress Rule

संयुक्त निदेशक (उच्च शिक्षा) इलाहाबाद ने कॉलेज परिसर में पान-गुटखा तंबाकू के सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सभी को महाविद्यालय परिसर में शालीन वेश-भूषा में हेतु निर्देशित किया गया हैं। तथा महाविद्यालय में जींस और टी-शर्ट का प्रयोग वर्जित कर दिया गया हैं। इसके अतरिक्त उपस्तिथि, परीक्षा एवं मूल्यांकन कार्य को लेकर भी दिशानिर्देश जारी की गई है।
अतः उल्लिखित निर्देशों का अक्षरश: पालन करना सुनिश्चित करे।


Code of Discipline and Conduct

महाविद्यालय प्रांगण में दैनिक जीवन में अनुशासन बनाये रखने और विद्यार्थियों में अनुशासन-क्षमता व उत्तरदायित्व की भावना का विकास करने के लिये कॉलेज के शिक्षकों के संरक्षण में एक अनुशासन परिषद्‌ का गठन किया जाता है। इस परिषद्‌ में योग्य विद्यार्थियों का प्रतिवर्ष छात्र नायक के रूप में चयन किया जाता है। विद्यार्थियों से अपेक्षा है महाविद्यालय में नियमित रूप से उपस्थित हों तथा अपने शिक्षकों, कर्मचारियों एवं सहपाठियों के साथ विनम्र व्यवहार रखें, जो कि विद्यार्थी के चरित्र निर्माण एवं महाविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन का वातावरण बनाये रखने के लिए परमावश्यक है। महाविद्यालय के नियमों का पालन न करने वाले अथवा अवांछित गतिविधियों में लिप्त विद्यार्थियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के पर्याप्त अधिकार अनुशासन परिषद्‌ को प्राप्त हैं। अभिभावकों से भी महाविद्यालय में अनुशासन को शालीनता से उच्च स्तरीय बनाने में सहयोग की अपेक्षा की जाती है। महाविद्यालय में स्वस्थ परम्परायें एवं उच्च कोटि का शैक्षिक वातावरण हेतु विद्यार्थियों के लिए एक अनुशासन संहिता है। जिसका प्रत्येक विद्यार्थी को अनुपालन करना अनिवार्य है।


(अ) कोई भी छात्र उस समय तक किसी भी विषय की विश्वविद्यालय परीक्षा में नहीं बैठ सकता, जब तक कि उस विषय की सैद्धान्तिक (थ्योरी) तथा प्रयोगात्मक (प्रैक्टिकल) कक्षा में उसकी अलग-अलग उपस्थिति 75 प्रतिशत नहीं होगी।
(ब) कॉलेज में शिक्षण-अध्ययनकर्ता की उपस्थिति की गणना से लेकर किसी भी तिथि तक प्रवेश नहीं लिया जाना चाहिए।
(स) विद्यार्थियों को प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में अपने शिक्षक से अपनी उपस्थिति दर्ज कर यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी विषय में उनकी उपस्थिति कम तो नहीं है। यदि छात्रों की उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम रह जाती है और परीक्षा में कम उपस्थिति के कारण सीट की स्वायत्तता नहीं मिलती है, तो छात्रों का स्वयं का उत्तरदायित्व होगा।